नमस्कार दोस्तों Best My Smart Tips Blog में आपका स्वागत है आज हम आपको बताने जा रहे हैं सूर्य और शनि की युक्ति के बारे में। कि अगर सूर्य और शनि एक साथ एक ही घर में बैठे हो या उनकी दृष्टि पढ़ रही हो तो आपको क्या फल देंगे और आपको क्या नुकसान होगा । हम अपनी इस ब्लॉग में समय-समय पर आपको कुंडली से संबंधित जानकारी देते रहते हैं बताया था और आज हम आपको बताने जा रहे हैं सूर्य और शनि की युक्ति आपको क्या फल मिलेंगे इसलिए हमारी इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!अपनी राशि कैसे जाने
आपकी कुंडली में जहां पर चंद्रमा बैठा होगा वहां पर जो अंक लिखा होगा मान लीजिए आपकी कुंडली 4 अंक में चंद्रमा बैठा है तो आपकी कर्क राशि होगी । रशिया क्रम के अनुसार चलती है नीचे हमने क्रम के अनुसार राशियां आपको बता रखी है आप सिर्फ यह देखिए कि आपका चंद्रमा कौन से नंबर पर बैठा है उस नंबर से कौन सी राशि दर्शयी जाती है नीचे यह हमने बता रखा है
1: मेष मंगल
2: वृषभ शुक्र
3: मिथुन बुध
4: कर्क चंद्रमा
5: सिंह सूर्य
6: कन्या बुध
7: तुला शुक्र
8: वृश्चिक मंगल
9: धनु गुरू
10: मकर शनि
11: कुंभ शनि
12 :मीन गुरू
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लग्न किसे कहते हैं
लग्न का मतलब है आपकी कुंडली का पहला घर । लग्न आपके शरीर को दर्शाता है और आपकी पहले घर में जो नंबर लिखा हुआ नीचे यह देखें की कौन सी राशि आती है उसे नंबर पर। वही आपका लग्न होगा मान लीजिए आपके पहले घर में 4 नंबर लिखा है तो चार नंबर की राशि होती है कर्क इसलिए आपका लग्न होगा कर्क।
1: मेष मंगल
2: वृषभ शुक्र
3: मिथुन बुध
4: कर्क चंद्रमा
5: सिंह सूर्य
6: कन्या बुध
7: तुला शुक्र
8: वृश्चिक मंगल
9: धनु गुरू
10: मकर शनि
11: कुंभ शनि
12 :मीन गुरू
सूर्य और शनि की युक्ति हो तो क्या प्रभाव रहता है
सूर्य सूर्य स्वामी है सिंह राशि का। वही शनि स्वामी है मकर और कुंभ का चलिए आपको बताते हैं सूर्य और शनि की युक्ति हो तो कैसा प्रभाधव रहता है
सूर्य और शनि अगर एक साथ बैठे हैं तो यह दोनों शत्रु राशिया हैं तो बेकार फल देंगे। चाहे सूर्य अपनी राशि में क्यों ना बैठे हो चाहे शनि मकर या कुंभ राशि में बैठे है और दोनों एक साथ बैठे हैं तो बुरे फल देंगे।
यदि सूर्य उच्च का भी हो या शनि उच्च का हो लेकिन एक साथ बैठे हैं तब भी बुरे फल देंगे
यदि कोई भी ग्रह अपनी शत्रु राशि के साथ बैठा है या अपने शत्रु के साथ बैठा है तो बेकार फल देते हैं
यदि अपनी शत्रु राशि की दृष्टि भी पढ़ रही हो तब भी बेकार फल देते हैं
हमारी राय आज इस आर्टिकल में
उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा बताई गई जानकारी आपको समझ में आ गई होगी यदि आपके पास कोई सवाल है तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं अधिक जानकारी के लिए आप हमें ईमेल भी कर सकते हैं
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