अक्सर आपने सोचा होगा कि आखिर मनुष्य मरता क्यों है आखिर क्यों मनुष्य हमेशा अमर क्यों नहीं रहता। आखिर पशु पक्षी यह सभी मरते क्यों है क्या आप इसके बारे में जानते हैं चलिए हम आज आपको इसके बारे में जानकारीदेते हैं।
मनुष्य मरता क्यों है
जब हमारी पुरानी कोशिकाएं या हमारी कोई और कोशिकाएं जब बार-बार विभाजित होती है तो इसकी एक निश्चित सीमा होती है जो साथ 60 है यानी हमारीकोशिकाएं विभाजित हो सकती है हमने क्लास 10 में समसूत्री और अर्धसूत्री विभाजन के बारे में पड़ा था समसूत्री का मतलब है कि गुणसूत्र का विभाजन समान समान हो रहा है और अर्धसूत्री का मतलब है कि विभाजन आधा-आधा हो रहा है गुणसूत्र का। समसूत्री विभाजन का लिए सेल के अंदर होता है
- कायिक कोशिका (Somatic Cell) किसी भी जीव के शरीर या मुख्य काया की वह कोशिका होती है जो जनन (reproduction) में भाग नहीं लेती है।
यह शरीर के निर्माण में मुख्य भूमिका निभाती है लेकिन जब कोशिकाओं का बार-बार विभाजन होता है तो यह एक सीमा तक होता है इसके बारे में एक रिसर्च hayflick ने बताया उन्होंने कहा की कोशिका के अंदर जो क्रोमोसोम पाया जाता है कोशिकाओं के बार-बार विभाजन से टीलोमियर लगातार छोटा होता रहता है और जब यह पूरी तरीके से समाप्त हो जाता है तो कोशिकाएं सोने चली जाती है और आदमी की मृत्यु हो जाती है लेकिन कई वैज्ञानिकों को बढ़ाने की सोचा भी इसे बढ़ाने का लेकिन अगर टीलोमियर बढ़ाने की सोचते हैं तो लगातार कोशिकाएं बढ़ती रहेगी और इसी को कहा जाता है कैंसर इसीलिए टीलोमियर छोटा होते जाता है और आदमी की मृत्यु हो जाती है
निष्कर्ष
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