नमस्कार दोस्तों Best My Smart Tips Blog में आपका स्वागत है । 12वीं क्लास में आने तक छात्र यह सोच लेते हैं कि उन्हें स्कूल पूरा होने के बाद क्या करना है कौन से कोर्स में एडमिशन लेना है और अपना कैरियर किस दिशा में मोड़ने है किसी को इंजीनियर बनना होता है किसी को लॉयर या फिर आजकल तो उद्यमी (entrepreur) भी काफी ज्यादा चल रहा है वैसे कुछ और छात्रों की बात करें तो एग्रीकल्चर की फील्ड में भी लोग अपना करियर बनाना चाहते है जो कि एक बहुत मजेदार बात है दोस्तों आज के इस लेख में एग्रीकल्चर से बीएससी करने से संबंधित पूरी जानकारी मिलने वाली है इसलिए लेख को पूरा जरूर पढ़ें।।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!Agriculture में B.S.C क्यों कि जानी चाहिए
वैसे आपको यह जानकर हैरानी होगी कि हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है लेकिन फिर भी इस विषय को पढ़ने और एग्रीकल्चर को बेहतर बनाने की बहुत ही कम छात्र रखते हैं इसका मुख्य कारण यही है आज की युवा पीढ़ी को एग्रीकल्चरल फील्ड की ग्रोथ, प्रोसेस, और पॉसिबिलिटी के बारे में ज्यादा कुछ पता ही नहीं है और अर्थशास्त्री (economist) का मानना है
एग्रीकल्चर बाकी सभी फील्ड की तुलना में इस देश से गरीबी दूर करने में 4 गुना ज्यादा प्रभावी हो सकता है और अगर युवा दिमाग इस फील्ड में अपना करियर आजमाएं युवा उद्यमी(young entrepreneur) के लिए एग्रीकल्चर किसी सुनहरे अवसर की तरह का काम आयेगा क्योंकि एग्रीकल्चरल जैसे फिल्ड को युवा पीढ़ी का साथ चाहिए ही । जो की नई खोज कर सके और युवा को ऐसा करियर चाहिए जिसमें वे प्रगति (process)कर सकें तो एग्रीकलचर विषय में कितना स्कोप मिल सकता है ये जानने के बाद चलिए अब हम जानते हैं बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स क्या है ?
स्पैम स्कोर क्या होता है और इसे कैसे कम करें ?
SMPS क्या है और यह कैसे काम करता हैं
जावा क्या है और इस्तेमाल कहां किया जाता है
एसएससी क्या है ? एसएससी परीक्षा की तैयारी कैसे करें
डोमेन अथॉरिटी और पेज अथॉरिटी क्या है
एग्रीकल्चर विभाग की प्राइवेट सबसे बड़ी कंपनियां कौन-कौन सी है।?
बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स क्या हैं ?
यह एक बैचलर डिग्री प्रोग्राम है और इस कोर्स की अवधि 4 साल की होती है जब इस उसको छात्र पूरा कर लेते हैं तब उन्हें कृषि उत्पाद में सुधार करना, और समय-समय पर कृषि के क्षेत्र में बदलाव लाना एग्रीकल्चरल उत्पाद को मैनेज करने और इसमें करो तरह की रिसर्च करने की योग्य हो जाते हैं
तो चलिए आप जानते हैं कि इस पोस्ट के अंदर हम क्या-क्या जानते हैं इस पोस्ट के अंदर MSET (modern scientific equipment and techniques) , soils science, water management और biotechnology के विषय में बेसिक जानकारी दी जाती है
B.S.c Agriculture कोर्स करने के लिए शैक्षणिक योग्यता
चलिए अब हम जानते हैं कि B.S.C Agriculture कोर्स करने के लिए हमारे पास क्या शैक्षणिक योग्यता होनी चाहिए इस कोर्स को करने के लिए आपके पास क्लास 12th में PCB (physics, chemistry, biology) या pCM (physics, biology, math) सब्जेक्ट से कंप्लीट किया गया हो .
B.S.C Agriculture कितने साल का कोर्स है
यह कोर्स 4 साल का होता है और बीएससी 3 साल का कोर्स है लेकिन B.S.c Agriculture 4 साल का कोर्स है क्योंकि आपको इसमें प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी दी जाती है इसलिए यह 4 साल का कोर्स होता है
B.S.C Agriculture कोर्स की फीस कितनी होती है
बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स की फीस की बात करें तो हर कॉलेज के अनुसार इस कोर्स की फीस अलग-अलग होती है अगर आप किसी बड़े कॉलेज में इस कोर्स करते हैं तो आपकी फीस अधिक होगी अगर हम इसकी एवरेज कॉलेज शुल्क की बात करें तो आप को लगभग 50,000 से 10,0000 तक प्रतिवर्ष देना पड़ सकता है .
B.S.C Agriculture में स्कोप क्या है
जब भी हम किसी को किसी कोर्स को करने की सोचते हैं तो हम एक चीज को लेकर बहुत परेशान होते हैं कि उसका आगे कुछ स्कोप है या नहीं लेकिन अगर एग्रीकल्चरल की बात करें तो यह हमारे देश का सबसे ज्यादा ग्रोथ करने वाला फील्ड है और हमारे देश में 64 % लोग एग्रीकल्चर से जुड़े हैं तो आप समझ ही गए होंगे कि इस फील्ड में जॉब opportunity कभी भी कम नहीं होगी अब आप इस कोर्स को कंप्लीट कर देते हैं अब आप इस कोर्स को कंप्लीट कर देते हैं उसके बाद आप गवर्नमेंट और प्राइवेट दोनों में अपना करियर बना सकते हैं आप एग्रीकल्चरल अफसर , एग्रीकल्चरल सिसर्ज साइंटिस्ट, एग्रीकल्चर अनलिस्ट जैसे सभी पदों पर जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं
भारत की 10 सबसे बड़ी एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी
1: पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी
2: गोविंद बल्लभ पंत विश्वविद्यालय, पंतनगर
3 : कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी एंड टेक्नोलॉजी ,लुधियाना
4: सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय , मेरठ
5: चंद्र भानु गुप्ता कृषि महाविद्यालय, रूदही
6: सैम हिगिनबॉटम इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर, टेक्नोलॉजी और साइंसेज (SHIATS),इलाहाबाद
7: उड़ीसा कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,भुवनेश्वर
8 : एस.वी. कृषि महाविद्यालय (SVAC), तिरुपति
9: भारतीय कृषि अनुसंधान , नई दिल्ली
10 : भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली
B.s. c Agriculture पहले साल में आकर कौन-कौन से सब्जेक्ट होगें
1: प्लांट फिजियोलॉजी
2: प्रिंसिपल्स ऑफ़ प्लांट ब्रीडिंग
3: द इंस्पेक्टस स्ट्रक्चर एंड फंक्शन
4: लैंड एंड वाटर मैनेजमेंट
5: प्रिंसिपल्स ऑफ़ वेजिटेबल प्रोडक्शन
6: हिस्ट्री ऑफ़ एग्रीकल्चरल
7: प्रिंसिपल्स ऑफ़ एग्रोनॉमी
8 : नेचर एंड प्रॉपर्टीज और ऑफ़ साइल
9: द फ्यूचर ऑफ़ इंडिया एग्रीकल्चरल
एग्रीकल्चर विभाग गवर्नमेंट जॉब कौन-कौन सी है
1:
Agricultural jobs |
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IBPS AFO |
NABARD-ARD |
RRB-SO |
UPCS-IFS |
IICO-AGT |
FCI (post harvest job) |
KRIBHCO |
FSSAI |
NSC (Nation seed Corporation) |
AEO (agri extension officer) |
Ado (agri development officer) |
HDO (horticultural development officer) MSC base job |
RAEO |
Technial assitant |
State pcs job |
JRf (junior research fellowshing) |
SRF(senior research fellowshing) |
ATm( area tenical manager ) |
BTM (block tenical manager ) |
Pesticides shop |
Fertilizer manufacturing firms |
Food processing company |
Machinery industriePrivate College teacher School teacher Seed officer Marketing inspector हमारी राय इस आर्टिकल पर आजकल हमें बहुत लोगों के मैसेज प्राप्त हो रहे हैं कि आप ऑनलाइन माध्यम से पैसे कमाने के तरीके नहीं बता रहे हैं साथियों ऑनलाइन माध्यम से पैसे कैसे कमाए इसके बारे में हम आपको जानकारी जल्द से जल्द देंगे आज हमने आपको सहायक कृषि अधिकारी कैसे बने इसके बारे में बताया भारत एक कृषि प्रधान देश है और भारत में कृषि का विकास होना और किसी को विकास के मार्गदर्शन पर ले जाना हम सब का कर्तव्य है आज के वक्त में बिहार राजस्थान छत्तीसगढ़ उत्तराखंड उत्तर प्रदेश जो से बच्चे क्षेत्र में अपना योगदान दे रहे हैं बिहार से छात्र कृषि क्षेत्र में अपना योगदान दे रहे हैं कृषि क्षेत्र में अपनी भूमिका निभा रहे हैं बिहार के छात्र एग्रीकल्चर फील्ड अधिकारी और सहायक कृषि अधिकारी के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं लेकिन उन्हें सही जानकारी नहीं मिल पाती इसीलिए हमने उन छात्रों को सही जानकारी प्राप्त कराने के लिए आर्टिकल लिखा था कि उन बच्चों को इस जॉब के बारे में पता चल सके और वह अपने करियर को विकास के मार्ग पर आगे ले जाए और देश को विकसित करने में अपना योगदान कर सके ।साथियों किसान हमारे अन्नदाता है उनका सम्मान करें उनका आदर करें क्योंकि अगर हम अपने अन्य अन्नदाता का आदर नहीं करेंगे तो फिर हम किसी का आदर नहीं कर सकते है आजकल के कई युवा नए नए गानों में डांस कर रहे हैं बीच में” पतली कमरिया” नाम का एक गाना सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा था हम लोग अपनी संस्कृति को भूल गई हम लोग अपने आदर्शों को भूल गए जब मैं सोशल मीडिया में देख रहा था कि कॉलेज के छात्र स्कूल के “विद्यार्थी पतली कमरिया” वाले गाने में डांस कर रहे थे तो मैं आश्चर्यचकित हो गया मैंने सोचा कि जहां ज्ञान प्राप्त होता है वहां ऐसे गाने में डांस कर रहे छात्र हम कैसे शिक्षित माने । कुछ वर्षों पहले राजीव दीक्षित जी ने भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार किया उन्होंने हमेशा भारतीय संस्कृति को सर्वोपरि रखा लेकिन उनकी रहस्यमई तरीके से हत्या हो गई । और हमें पता ही नहीं क्योंकि वह एक ऐसी मात्र एक व्यक्ति थे जो हर किसी भी सच्चाई को मंच जाकर सामने बोलते थे राजीव दीक्षित के बारे में और उनके जीवन के बारे में यूट्यूब में एक भी वीडियो नहीं है हमारी मातृभाषा हिंदी है लेकिन आजकल के युवा अंग्रेजी को बढ़ावा दे रहे हैं मैं किसी भाषा का विरोधी नहीं हूं लेकिन अपनी मातृभाषा का सम्मान करना सीखना होगा युवाओं को । अपनी संस्कृति अपने धर्म अपनी परंपराओं के बारे में पता होना चाहिए सोशल मीडिया में एक मेरी ही वेबसाइट होगी जो आपको सच्चाई बताती है जो आपको धर्म संस्कृति और अनुशासन के बारे में भी जानकारी देत है हम लोग केवल आपको जानकारी देने का कार्य नहीं करती बल्कि आप वहां की संस्कृति और आपको अपने धर्म और आपको आपकी परंपराओं के बारे में बताने का हमारा कर्तव्य है कई लोग सोचते हैं कि वेबसाइट से खूब अच्छा पैसा कमाया जाता है लेकिन वेबसाइट पैसा कमाना हमारा कर्तव्य नहीं बल्कि आपको हर एक विषय के ऊपर सही जानकारी देना वह भी सरल रूप से और आप को आप की संस्कृति आपकी परंपराएं और आप बड़ों का आदर करना सिखाना जो हम शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं यह काफी नहीं है काफी है कि संस्कृति सभ्यता और अपनी परंपराओं का पूरे विश्व में प्रचार प्रसार करना भी हमारा परम कर्तव्य है मैं गर्व से कहता हूं कि मैं सनातनी हूं और अपने धर्म का प्रचार प्रसार करना मेरा कर्तव्य है कई लोग मेरी इन विचारों को सुनकर इस वेबसाइट में दोबारा नहीं आएंगे तो वह नहीं आए हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि हम अपनी वेबसाइट में सब सही दिखाते हैं और सब सही बताते हैं अगर किसी को किसी प्रकार की परेशानी हो तो वह वेबसाइट में ना आए खाली हमने जितना पढ़ा हमने जितना सोचा वही आपको बताना हमारा कर्तव्य नहीं है हमारा कर्तव्य आपको हर एक विषय के ऊपर जानकारी देना है । जय श्री राम साथियों अपने माता-पिता ओं का आदर करें और हमारे वेबसाइट में आर्टिकल ओं को पढ़े और जानकारी प्राप्त करें हमें कमेंट करके बताएं कि आपको जानकारी कैसी लगी चाहे आप को जानकारी अच्छी नहीं भी लगी हो तब भी बताएं ताकि हम उस में कुछ सुधार कर सके और इस आर्टिकल को अधिक से अधिक लोगों को शेयर करें ताकि अन्य किसी को भी इस विषय के ऊपर जानकारी प्राप्त हो सके । |