• April 24, 2025 10:37 pm

    समुद्र के रास्ते भारत की खोज

    भारत की खोज का इतिहासभारत की खोज का इतिहास17 में 1498 इसमें को वर्तमान केरल राज्य की क्लिक कर तट पर समुद्र के रास्ते कुछ नविको ने कदम रखा इसके बाद भारत की तकदीर बदल और इसकी कहानी एक अलग ढंग से लिखी जाने लगी

    भारत की समुद्र के रास्ते खोज कैसे की गई क्या आपको यह पता है यदि नहीं पता तो आज हम आपको इस विषय के ऊपर जानकारी देने वाले हैं भारत की खोज वास्कोडिगामा थी वह भी समुद्र के रास्ते । यदि आपको इस विषय के ऊपर जानकारी चाहिए तो हमारी इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े और अधिक से अधिक लोगों को शेयर करें


    भारत की खोज का इतिहास

    17 में 1498 इसमें को वर्तमान केरल राज्य की क्लिक कर तट पर समुद्र के रास्ते कुछ नविको ने कदम रखा इसके बाद भारत की तकदीर बदल और इसकी कहानी एक अलग ढंग से लिखी जाने लगी


    यह वही दिन था जब यूरोपियन समुद्री खोजकर्ता समुद्र के रास्ते भारत की खोज की। कई लोग सो रहे होंगे कि भारत इतिहास बहुत पुराना है भारत की किसी ने खोज कैसे करी भारत में मौर्य वंश चंद्रवंश आदि लोगों राज रहा लेकिन उसे समय भारत में जो भी आता था वह पश्चिम एशिया से जोड़ने वाली मशहूर रास्ते खैबर दरे से होकर आई थे 17 मई1498 मैं वास्कोडिगामा की समुद्र के रास्ते यूरोप से भारत पहुंचकर एक समुद्री रास्ता ढूंढ लिया था जिसे वास्तव में ही भारत की खोज माना जाता है उसे समय भारत अपने कृषि उत्पादकों को लेकर बहुत ही मशहूर था और और यूरोप आदि देशों को भारत के साथ व्यापार करने की ओर लगी रहती थी। और उस में व्यापार केवल स्थलीय मार्गों के द्वारा होता था और मुस्लिम शासक उसे रास्ते से यूरोपीय को व्यापार नहीं करने देते थे।


    जब यूरोप के देश भारत से व्यापार करने की सोचते थे तो उन्हें बार-बार रोका जाता था कई लोगों ने समुद्र के रास्ते भारत को खोजने के लिए बहुत कोशिश करने लगे और फिर वास्कोडिगामा ने भारत तक पहुंचाने का एक समुद्री रास्ता ढूंढा और इतिहास रच दिया


    और वास्कोडिगामा 2 साल से अधिक की यात्रा करते हुए अपने शहर चला गया भारत आकर इसने खूब अत्याचार भी किया

    निष्कर्ष

    उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा बताई गई जानकारी आपको समझ में आ गई होगी यदि कोई सवाल है तो कमेंट करके पूछिए।।
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