यूनिफाइड पेंशन स्कीम क्या है|(What is Unified Pension Scheme)

नमस्कार साथियों। सरकारी कर्मचारी लगातार सरकार से कह रहे थे की पुरानी पेंशन वापस लाई जाए अभी के वक्त में केंद्रीय कर्मचारियों को नई पेंशन योजना के तहत पेंशन दी जाती है लेकिन लगातार विरोध के कारण केंद्रीय कर्मचारियों के लिए केंद्र सरकार ने एक नई पेंशन स्कीम लाई है

यूनिफाइड पेंशन स्कीम क्या है

जिसका नाम है UPS। लेकिन साल 2004 में केंद्रीय कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम का लाभ देना सरकार ने बंद कर दिया और नई पेंशन योजना के तहत पेंशन देने लग गई जिसका विरोध पूरे देश विदेश में हुआ उसके बाद चार राज्य अभी भी पुरानी पेंशन योजना के तहत कर्मचारियों को पेंशन देते हैं पश्चिम बंगाल, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश मैं अभी भी पुरानी पेंशन योजना के तहत कर्मचारियों को पेंशन मिलती है लेकिन आज हम आपको बताएंगे की पेंशन योजना, पुरानी पेंशन योजना,Unified pension scheme क्या है और इससे कितनों को क्या फायदा होगा इसलिए पूरा आर्टिकल जरूर पढ़ें और अधिक से अधिक लोगों को शेयर करें

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NPS क्या है ?

NPS का  पूरा नाम राष्ट्रीय पेंशन योजना (national pension scheme)  हैं। राष्ट्रीय पेंशन योजना एक सरकारी योजना है ।NPS में आपको हर महीने कुछ रकम जमा करनी पड़ती है और बाद में ये रकम आपको पेंशन के रूप में मिलती हैं । अगर आप चाहते हैं कि आपकी रिटायरमेंट के बाद आर्थिक स्थिति सही रहे तो आप इसमें पैसे इन्वेस्ट कर सकते हैं।

NPS अकाउंट कितने तरह  के होते हैं

NPS ( राष्ट्रीय पेंशन योजना) चार तरह के होते हैं लेकिन इनमें ज्यादा अंतर नहीं होता हैं।

1: केंद्रीय सरकारी(central government )कर्मचारी के लिए

2: राज्य सरकारी (state government)कर्मचारियों के लिए

3: व्यवसायिक क्षेत्र(corporate sector) = निजी क्षेत्र (private sector) के कर्मचारियों के लिए

4: All citizens model = अगर आप अपने लिए खुद एनपीएस अकाउंट खोलते हैं त

NPS से अकाउंट कैसे खोलें

राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) में अपना झअकाउंट 3 तरीकों से बना सकते हैं

1: आप प्राइवेट संस्थान या गवर्नमेंट संस्थान में जॉब करते हैं तो आप अपने एम्पलाय को बोलकर अपना  NPS ( राष्ट्रीय पेंशन योजना) अकाउंट खोल सकते हैं।

2: अगर आप कोई छोटा मोटा बिजनेस कर रहे हैं तो आप सीधे बैंक में जाकर अपना NPS ( राष्ट्रीय पेंशन योजना )अकाउंट खोल सकते हैं

3: अगर आप स्वयं अपने एनपीएस अकाउंट घर बैठे खोलना चाहते हैं तो आपको enps की ऑफिशियल वेबसाइट https://enps.nsdl.com/eNPS/NationalPensionSystem.html    मैं जाकर अपना एनपीएस अकाउंट खोल सकते हैं जहां आपको अपना पैन कार्ड ,बैंक डिटेल्स, और आधार कार्ड  की जरूरत पडेगी।

एक व्यक्ति अपने कितने NPS अकाउंट खोल सकता है?

एक व्यक्ति अपने नाम से एक ही एनपीएस अकाउंट खोल सकता है अगर आप अपना दूसरा एनपीएस अकाउंट खोलना चाहते हैं तो आपको अपना पहला एनपीएस से अकाउंट बंद करना पड़ेगा क्योंकि जब आप अपना पहला nps अकाउंट खोलते हैं उस वक्त आपको PRAN नंबर मिलता है जिसमें आपकी पूरी जानकारी रहती है।

PRAN नंबर क्या होता है

PRAN का पूरा नाम Permanent retirement account number (स्थायी सेवानिवृत्ति खाता संख्या) होता हैं । PRAN  एक व्यक्ति का एक ही होता है जिस प्रकार से आपका पैन कार्ड जो होता है पैन कार्ड की संख्या के द्वारा आप की पूरी जानकारी निकल जाती है वैसे ही PRAN यह पता चल जाता है कि आपने कितनी बार पैसा इन्वेस्ट करा है. वैसे अगर आपने जॉब छोड़ दी और आप दूसरी जगह लग गए तो आपको अपना एनपीएस अकाउंट नया खोलने की आवश्यकता नहीं होती है आप अपना PRAN दूसरी जगह शिफ्ट कर सकते हैं।

NPS अकाउंट में टियर 1 और टियर 2 का क्या मतलब है

टियर 1 और टियर 2 एनपीएस अकाउंट के प्रकार होते हैं टियर 1 अकाउंट रिटायरमेंट प्लान है जिसमें आपको थोड़ा थोड़ा पैसा हर महीने निवेश करना पड़ता है लेकिन टियर 2 एक तरीके का म्युचुअल फंड अकाउंट है इसमें आप जब चाहे पैसे निकाल सकते हैं और इन विकल्पों को चुन सकते हैं

1: आप सरकारी bonds (G)

2: आप कार्पोरेट bonds (c)

3: इक्विटी फण्ड (E)

NPS अकाउंट से पैसे आप कब निकाल सकते हैं

अगर आपने टियर 1 खाता खुलवा रखा है तो आपकी उम्र 60 साल यानी रिटायरमेंट होने के बाद आपको हर महीने एनपीएस टीयर1का लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत आपने nps टीयर1अकाउंट में जितना भी पैसा इकट्ठा करा है उसका 60% आप निकाल सकते हैं लेकिन 40% आपको  छोड़ना पड़ेगा । इस 40% पर मिलने वाला ब्याज आपको पेंशन के रूप में मिलता है।

अगर आप रिटायरमेंट से पहले पैसे निकालना चाहते हैं तो कुछ विशेष परिस्थितियों में आप पैसे निकाल सकते हैं जैसे = बीमारियों की दवाइयां लेने के लिए, बच्चों की पढ़ाई के लिए घर खरीदने के लिए कुछ पैसे निकाल सकते है

राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) का किस तरह लाभ मिलता है

राष्ट्रीय सेवा योजना में हर महीने अपनी सैलरी की कुछ निश्चित रकम आपको एनपीएस अकाउंट में जमा करनी पड़ती है. उसके बाद जब आपकी उम्र 60 साल हो जाने के बाद ब्याज सहित यह देखा जाता है कि आपने कितना पैसा जमा किया और आप 60% निकाल रहे हैं या नहीं अगर आप नहीं निकाल रहे हैं तो आप 60 साल उम्र के बाद भी जमा करके रख सकते हैं और आपकी आप की जमा राशि पर सालाना ब्याज किया जाता है जो आपकी पेशन के रूप में होती आप चाहे तो इसे एक बार में निकाल सकते हैं या आप मासिक किश्ते  बना सकते हैं ये आप पर निर्भर करता है।

NPS कैसे काम करता है किसके लिए हम एक उदाहरण लेते हैं। हम मान लेते हैं हिमांशु नाम का एक व्यक्ति है जिसने अपनी 60 की उम्र तक 10 लाख रुपया इकट्ठ करें और उसने पूरा पैसा पेंशन के लिए रखा और उसके एनपीएस अकाउंट में साल  6 % का ब्याज मिला । तो 10 लाख का 6 %  होता है 60,000  की रकम है आप चाहे साल एक बार में   60000 ले सकते हैं। या फिर हर महीने 5000 रुपए ले सकते हैं

NPS अकाउंट का बैलेंस चेक कैसे करें

1: सबसे पहले आपको प्ले स्टोर में जाना है वहां से nps by  nsdL el-gov ऐप इंस्टॉल करना है

2:इंस्टॉल हो जाने के बाद आपको ऐप को ओपन करना है। उसके बाद आपको लॉगिन के ऑप्शन में क्लिक करना है

उसके बाद आपको अपना PRAN और पासवर्ड डालना है जब आपने nps अकाउंट बनाया होगा तब आपके मोबाइल में पासवर्ड आया होगा उसे आपको डालना है और लॉक इन के ऑप्शन में क्लिक करना है

इसके बाद आपको nps account बैलेंस आपको दिख जाएगा. 

NPS अकाउंट का पासवर्ड कैसे जनरेट करें

1:NPS अकाउंट का पासवर्ड के जनरेट करने के लिए आपको गूगल में सर्च करना होगा NPS -NSDL ( NSDL full form =  securities deposnationalitory limited और हिंदी में इसको राष्ट्रीय प्रतिभूतियां भंडार समिति कहते हैं )

2:NSDL की ऑफिशियल वेबसाइट मै जाकर https://www.npscra.nsdl.co.in/ अपने एनपीएस अकाउंट का password जनरेट कर सकतेे हैं

3:वेबसाइट ओपन होने के बाद  important links का ऑप्शन मिलेगा नीचे को जाने पर आपको generate password  का एक ऑप्शन मिलेगा उसमें क्लिक करना है

4:उसके बाद reset opinion via के सामने आपको दो ऑप्शन मिलेंगे 

5:पहला ऑप्शन होगा Nodal office 

दूसरा ऑप्शन होगा generate OTP = अगर आपने अपने एनपीएस अकाउंट में अपना मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी दे रखा है तो आप इस ऑप्शन चैक बॉक्स में टिक  करे।

6:उसके बाद आपको अपना PRAN, DoB (जन्मतिथि)  new password , conifirm password,  revive OTP via के सामने आपको दो ऑप्शन मिलेंगे SMS और ईमेल आईडी आपने अपना एनपीएस अकाउंट बनाते वक्त अगर ईमेल दे रखा है तो आप ईमेल के ऑप्शन में  टिक करें। और अगर मोबाइल नंबर दे रखा है तो सिम के ऑप्शन में  टिक करे।

7: इसके बाद आपको Enter captcha भरना है और summit के ऑप्शन में क्लिक करना है और आपका पासवर्ड जनरेट हो जाएगा.

8:अगर आपने अपना ईमेल आईडी और पासवर्ड एंड प्लस अकाउंट बनाते वक्त नहीं दिया तो आप Nodal office के चेक चेक बक्स ऑप्शन में टिक करे।

9:इसके बाद आपको PRAN, DOB ( जन्मतिथि) new password  ,conifirm password, enter captcha भरे और summit के ऑप्शन में क्लिक करें. 

10: उसके बाद आपको acknowledgement number मिलेगा इसके बाद आप को प्रार्थना पत्र लिखना है Nodal office को। अगर आपने खुद एनपीएस अकाउंट खोल रखा है। यहां अपने किसी बैंक के माध्यम से खोल रखा है तो आप को बैंक जाकर अपनी एप्लीकेशन को जमा करना पड़ेगा। उसके बाद acknowledgement no के माध्यम से आप का नया पासवर्ड आप जाएगा और आप अपना एनपीएस अकाउंट दोबारा खोल सकते हैं।

पुरानी पेंशन योजना क्या है

अभी कुछ वक्त पहले हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार आई और कांग्रेस सरकार ने नई पेंशन योजना को हटाकर पुरानी पेंशन योजना प्रदेश में लागू कर दी पुरानी पेंशन योजना में आपकी तनख्वाह में से ₹1 भी नहीं कटता था और जवाब रिटायरमेंट हो जाते थे तो आप की प्रतिमा कमाई का आधा हिस्सा पेंशन के रूप में आपको मिलता था पुरानी पेंशन योजना अभी चार राज्यों में लागू है राजस्थान , छत्तीसगढ़ , पंजाब और हिमाचल प्रदेश मैं लागू है जबकि नई पेंशन योजना में आपकी तनख्वाह में से 10% हर महीने कटता है और सरकार भी उतना ही मिलाती है जितना आप की कमाई से कटा है आज पैसे को शेयर मार्केट में लगाती है उसका फायदा आपको रिटायरमेंट के बाद मिलता है लेकिन नई पेंशन योजना में आपको कितना फायदा मिलेगा इसका प्रमाण नहीं होता हैं

भारतीय रिजर्व बैंक ने अभी कुछ वक्त पहले कहा जब हिमाचल प्रदेश में पुरानी पेंशन योजना को लागू किया गया तो भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी राज्य है और पहाड़ी राज्य के पास इतना पैसा नहीं है कि पुरानी पेंशन योजना राज्य में लागू कर सके और हिमाचल प्रदेश सरकार ने डीजल में ₹3 का एक्स बड़ा रखा है जब कुछ लोगों को ही पुरानी पेंशन योजना का फायदा मिल रहा है तो पूरे राज्य की जनता के ऊपर टैक्स क्यों लगाया है

मेरे सवाल सरकार से नई पेंशन योजना को लेकर

1: भारत सरकार ने नई पेंशन योजना जब लागू करी तो उसके बाद  सभी कर्मचारियों को नई पेंशन योजना के तहत पेंशन दी जाने लगी तो विधायकों को पुरानी पेंशन योजना के तहत ही पेशन क्यों दी जाती है ?

2: भारत के 4 राज्यों ने अपने राज्य में पुरानी पेंशन योजना लागू की है तो अन्य राज्यों ने पुरानी पेंशन योजना लागू क्यों नहीं करी है अगर पुरानी पेंशन योजना पूरे देश में लागू होनी चाहिए कहीं आपने पेंशन योजना लागू करी है और कहीं आपने पेंशन योजना लागू नहीं करी है ?

3: भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि राज्यों के पास पैसा नहीं है लेकिन अगर कोई विधायक दो बार जीता है तो उसे दो बार पेंशन मिलेगी ?

4: भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा था कि पिछले 8 सालों में महंगाई की दर 2 से 6 परसेंट नहीं रही बल्कि इससे ज्यादा ही रही है अब आप सोच लीजिए इसकी एक गरीब गरीब से गरीब होता जा रहा है लेकिन किसी को नहीं है एक किसान भूखे पेट हो जाता है अपने बच्चों को नहीं पढ़ा पाता है जब कि  देश का  अन्नदाता किसान भूखा सो रहा है तो कहा जाए ?

Unified pension scheme क्या है

जब सरकार नई पेंशन योजना स्कीम आई थी तो इसका विरोध पूरे देश में हुआ लेकिन आप सरकार Unified pension scheme लाई है जिसे नई पेंशन स्कीम से अच्छा बता रहे हैं लेकिन पुरानी पेंशन योजना से खराब बता रहे हैं कर्मचारी।

यूपीएस के तहत आप केंद्रीय कर्मचारियों को एक निश्चित पेंशन दी जाएगा जो लास्ट 12 महीने की एवरेस्ट बेसिक सैलरी का 50% होगा

कर्मचारियों को यह पेंशन पाने के लिए कम से कम 25 साल तक की सर्विस करनी होगी

अगर कर्मचारियों की मौत हो जाती है तो परिवार को भी एक निश्चित पेंशन दी जाएगी जो कर्मचारी को मिलने वाले पेंशन का 60% होगा

और यदि कोई 10 साल की नौकरी करता है तो उसे कम से कम ₹10000 की पेंशन दी जाएगी

Unified pension scheme के तहत महंगाई भत्ता भी दिया जाएगा

यूनिफाइड पेंशन स्कीम में प्याज और टैक्स लगेगा या नहीं यह अभी क्लियर नहीं है जबकि पुरानी पेंशन में रिटायर GPF के ब्याज पर किसी प्रकार का इनकम टैक्स नहीं लगता था वही नई पेंशन योजना स्कीम में रिटायरमेंट पर शेयर मार्केट से चुप पैसा आपको मिल रहा है उसमें टैक्स आपको देना पड़ता था

इससे सरकार के ऊपर 7,050 करोड़ रूपया अतिरिक्त भार आएगा

नई पेंशन योजना की जगह में कोई अन्य विकल्प लाने के लिए अप्रैल 2030 में मोदी सरकार ने एक कमेटी का निर्माण किया उसे कमेटी में टीवी सोमनाथं की अगुवाई में बनाई गई इस कमेटी ने हर राज्य के वित्तीय सचिव , सैकड़ो कर्मचारी यूनियन और नेताओं के साथ मिलकर चर्चा की और एक नई पेंशन योजना की कुछ सिफारिश में बदलाव किया 24 अगस्त 2024 को मोदी सरकार ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम को मंजूरी दे दी . इसे अलग वित्त वर्ष यानी एक अप्रैल 2025 से लागू किया जाएगा

नई पेंशन स्कीम के तहत कोई निश्चित पेंशन की गारंटी नहीं है और इसे कोई सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ कोई प्राइवेट कर्मचारी भी शुरू कर सकता है नहीं पेंशन स्कीम के तहत कर्मचारियों की बेसिक सैलरी और DA का 10 फीसदी हिस्सा काट दिया जाता है और उस पैसे को सरकार शेयर मार्केट में लगती थी और शेयर मार्केट कभी ऊपर जाता है तो कभी नीचे आता है इसलिए से सुरक्षित नहीं माना जाता है।

क्योंकि nps आपकी बेसिक सैलरी और DA का 10% करता था वही सरकार भी 14% देती थी वही UPS मैं आपका 10% बेसिक सैलरी का कटेगा वहीं भारत सरकार का 18.5% अपना देगी पहले मेरी पेंशन योजना में एक निश्चित पेंशन नहीं थी लेकिन UPS एक निश्चित पेंशन है.

नई पेंशन स्कीम में सम्मिलित कर्मचारी यूनिफाइड पेंशन स्कीम में सम्मिलित हो पाएंगे

नई पेंशन योजना में सम्मिलित जो कर्मचारी हैं एक अवसर दिया जाएगा यूनिफाइड पेंशन स्कीम में जुड़ने का । यदि उसे कर्मचारियों को यह लगता है वह पेंशन योजना स्कीम से खुश है तो वह इसी में रहे अन्यथा वह इस पेंशन स्कीम को चेंज करके यूनिफाइड पेंशन स्कीम में भी जा सकता है

नई पेंशन योजना और पुरानी पेंशन योजना में क्या अंतर था

नई  पेंशन योजना में आपकी बेसिक सैलरी का 10% करता था लेकिन पुरानी पेंशन स्कीम में आपका सैलरी का कुछ नहीं करता था आपकी सैलरी का आधा हिस्सा आपकी पेंशन में दिया जाता था

निष्कर्ष

उम्मीद करते हमारे द्वारा बताई गई जानकारी आपको समझ में आ गई होगी यदि आपके पास कोई सवाल है तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं अधिक जानकारी के लिए आप हमें ईमेल भी कर सकते हैं हमारे ईमेल पता नीचे आपको दिया गया है

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