उत्तराखंड जो पहाड़ी राज्य है जहां लगभग एक करोड़ की जनसंख्या है जहां 13 जिले दो मंडल और जो भारत के भौगोलिक क्षेत्र का 1.6 हिस्सा है यहां समय-समय पर पेपर लीक जैसी मामले आ रहे हैं और बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि उत्तराखंड सरकार 5 साल में प्रचार पर कितना पैसा खर्च किया अपने विज्ञापन पर लगातार सरकार का कितना खर्च हुआ और उत्तराखंड में कितना विकास इसलिए हमारी इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें।
उत्तराखंड सरकार का कुल खर्च विज्ञान में।
उत्तराखंड में सरकार के विज्ञापन का कुल खर्च पेपर लीक के खिलाफ सड़कों पर उत्तराखंड के युवा कटघरे में भाजपा की धामी सरकार। यह खबर आपको कमी पता होगी क्योंकि उत्तराखंड सरकार विज्ञापनों का लगातार प्रचार प्रसार कर रही है एक रिपोर्ट के प्रचार वालों के पास अनुसार 5 साल में 1001 करोड़ टीवी वालों की जेब में 426 करोड़ साल 2020-21 जब बीजेपी सरकार थी और त्रिवेंद्र सिंह जी मुख्यमंत्री थे तो उसे वक्त विज्ञापन पर कुल खर्च 77.71 करोड़।और इसमें टेलीविजन मीडिया पर 24.07 करोड रुपए खर्च हुआ 10 मार्च 2021 में इन्होंने इस्तीफा दिया उसके बाद तीरथ सिंह सरकार आई और जुलाई 2021 में इस्तीफा दे दिया फिर आती है पुष्कर सिंह धामी सरकार।
और पुष्कर सिंह धामी सरकार की उसमें लगातार उत्तराखंड में विज्ञापनों पर खर्च बढ़ानेलग गया बजट सत्र 2021-22 में विज्ञापनों पर यही खर्च कर गुना कर दिया गया और यह बढ़कर 227.35 करोड रुपए हो गया और बीते साल यानी 2024 25 में यह खर्च 290.29 करोड रुपए तक पहुंच गया।

जितना त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार में कुल खर्च था उतना यह टीवी मीडिया में चला गया यह उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव का सालथा। बजट सत्र 22 – 23 में विज्ञापन खर्च में पूरा सा कमी आई इस वर्ष कुल खर्च 111 करोड़ से ज्यादा रखा था जिसमें से 45 करोड़ से थोड़ा ज्यादा टीवी मीडिया को दिया गया। 2023- 24 में विज्ञापन का कुलखर्चा अपनों पर खर्च में जोरदार इजाफा हुआ बहुत जोरदार जब हुआ जो कलखर्च 294 करोड़ तक पहुंच गया मात्र टेलीविजन मीडिया को 137 करोड रुपए विज्ञापन के लिए दिए गए ।
ANI को माननीय मुख्यमंत्री जी वह शासकीय कार्यक्रमों की कवरेज से संबंधित के लिए खर्च 2 करोड़ 60000 रुपए मिले थे। न्यू चैनलों की मॉनिटरिंग से संबंधित काम के लिए एक करोड़ 20 लख रुपए खर्च हुए थे। 2024- 25 में विज्ञापनों पर कोई खर्च कोई कमी नहीं है
इस बार भी 290 करोड़ रूपया खर्च हुआ टीवी मीडिया पर 111 करोड़ रूपया खर्च हुआ और ANI को इसमें से 1.83 करोड रुपए मिले। नागालैंड आसाम पंजाब और मध्य प्रदेश के न्यूज़ चैनलों को भी उत्तराखंड सरकार ने भर भर के विज्ञापन दिया ।नेटवर्क 10 को उत्तराखंड सरकार के द्वारा पहले विज्ञापन नहीं मिला लेकिन अब विज्ञापन मिलता है
निष्कर्ष
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