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    प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कैसे शुरू करें।।(How to start a Private Limited Company)

    ByHimanshu Papnai

    May 13, 2022

    नमस्कार दोस्तों ! Best My Smart Tips Blog में आपका स्वागत है।  आज के वक्त में ज्यादातर लोग खुद की एक कंपनी खोलना चाहते हैं लेकिन कंपनी कैसे खोली जाती है और कंपनी कहते किसे हैं इसके बारे में कई लोगों को नहीं पता होता है आपने कई बार सोशल मीडिया न्यूज़ पेपर और टीवी जैसे संचार माध्यमों में कई कंपनियों के बारे में सुना होगा उनके विज्ञापन देखे होंगे और जब आप कंपनियों के विज्ञापन देखते हैं तो वहां पर आपको प्राइवेट लिमिटेड नाम दिखता है ।

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    और आज के इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कंपनी किसे कहते हैं  ? आप खुद की कंपनी कैसे खोल सकते है  ? प्राइवेट लिमिटेड का मतलब क्या है ?और एक कंपनी खोलने में कुल खर्चा कितना आएगा तथा कंपनी के प्रकारों के विषय में इस आर्टिकल में चर्चा करेंगे ।आप सभी इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें और अधिक से अधिक लोगों तक शेयर करें ताकि जो लोग स्वयं की कंपनी खुद की खोलना चाहते हैं उन्हें सहायता मिल सके और उन्हें ज्यादा समस्याओं का सामना ना करना पड़े। 

    कंपनी किसे कहते हैं ?। (Who is the company called )

    कंपनी लाभ कमाने के उद्देश्य से बनाई गई एक ऐच्छिक संस्था हैं कंपनी की हस्तांतरित अंशो में विभाजित होती है इसका पंजीकरण एक कृत्रिम व्यक्ति के रूप में कंपनी अधिनियम ( पहले कंपनी अधिनियम 1956 चलता था लेकिन अब कंपनी अधिनियम 2013 चलता है) के अधीन है कंपनी सामान्य उद्देश्यों की पूर्ति के लिए बनाया गया व्यक्तियों का एक ऐच्छिक सगठन हैं जिसका जन्म विधान द्वारा एक कृत्रिम व्यक्ति के रूप में होता है

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    कंपनी के प्रकार

    कंपनी अधिनियम 2013 के मुताबिक कंपनी के दो प्रकार हैं प्राइवेट कंपनी और सरकारी कंपनी प्राइवेट कंपनी। प्राइवेट कंपनियों में व्यक्तियों की 2 से लेकर 200 तक हो सकती है लेकिन सरकारी कंपनी में ऐसी कोई लिमिट नहीं है।

    प्राइवेट लिमिटेड कंपनी क्या होती हैं ?

    प्राइवेट लिमिटेड कंपनी एक ” संयुक्त स्टाॅक ” कंपनी होती है जो कंपनी अधिनियम 2013 के अंतर्गत या किसी और अधिनियम के अंतर्गत स्थापना की गई हैं इस  मॉडल में  कंपनी के संस्थापक स्वयं की इच्छा से कंपनी खड़ी करते हैं जिसका न्यूनतम  पूँजी 1 लाख होती हैं प्राइवेट लिमिटेड कंपनी खोलने के लिए आपको दो लोगों की जरूरत होती है और प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में न्यूनतम 200 कर्मचारी काम कर सकते हैं एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को अपने शेयर पब्लिक में या आम लोगों के बीच बेचने की अनुमति नहीं होती है अगर किसी कंपनी ये सारी खासियत है तो कंपनी को अपने नाम के अंत में प्राइवेट लिमिटेड इस्तेमाल करना पड़ता है

    प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की क्या-क्या विशेषताएं हैं

    आपको यह तो पता चल ही गया है कि प्राइवेट लिमिटेड कंपनी क्या होती है अब हम बात करते हैं इसकी कुछ मुख्य विशेषताओं की

    1: एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में कंपनी के मेंबर या शेयरधारको के जिम्मेदारी लिमिटेड होती है इसीलिए अगर कंपनी को कोई नुकसान होता है तो कंपनी के सदस्य अपना शेयर बचकर कंपनी के नुकसान को पूरा कर सकते हैं  क्योंकि कंपनी को नुकसान होने के बावजूद भी व्यक्तिगत शेयर पर कोई नुकसान नहीं होता है साथियों प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का कानून की नजर में एक अलग अस्तित्व है अगर किसी कारण से संस्थापक की मृत्यु हो जाती है तब जी कंपनी की पहचान बनी रहती है यह कंपनी के किसी सदस्य की मृत्यु हो जाने पर या दिवालिया हो जाने पर कंपनी हमेशा मौजूद रहती है

    प्राइवेट लिमिटेड कंपनी खोलने के फायदे क्या क्या हैं ?

    इसका सबसे बड़ा फायदा यही है कि प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को सिर्फ दो लोग मिलकर कंपनी शुरू कर सकते हैं वही एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी खोलने के लिए 7 लोगों की आवश्यकता होती है और प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में अपने मेंबरों की जानकारी जैसे की ईमेल आईडी , फोन नंबर , और शेयर वैल्यू , पता की जरूरत नहीं पड़ती है प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सदस्यों को और निर्देशकों लोन देने के लिए सरकार की अनुमति नहीं मांगनी पड़ती है  लेकिन पब्लिक लिमिटेड कंपनी को  अपने सदस्यों को लोन देने के लिए सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है ।

    2: प्राइवेट लिमिटेड कंपनी खोलने का दूसरा मुख्य फायदा यह है कि प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में वेतन और अपॉइंटमेंट किसी भी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है लेकिन पब्लिक लिमिटेड कंपनी की तरह एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी अपना सूचीपत्र (prospectus) पर मुद्दा (issue) नहीं करना पड़ता है क्योंकि प्राइवेट लिमिटेड कंपनी अपने अपने शेयर को पब्लिक को नहीं भेज सकती हैं इसीलिए पब्लिक को अपने बारे में बताना आवश्यक होता हैं ।

    आप में से कई लोगों को सूची पत्र क्या होता है इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होगी इसलिए हमने नीचे आपको सूची पत्र (prospectus)क्या होता है उसके बारे में जानकारी दे रखी है

    सूची पत्र वह दस्तावेज होता है जिसमें कंपनी की सारी जानकारियां उपलब्ध हो जैसे कि कंपनी के संस्थापक कौन है कंपनी का नाम क्या है कंपनी की शुरुआत कब की गई और कंपनी की कुछ निजी जानकारियां सूची पत्र दस्तावेज में उपस्थित होती है

    प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कैसे शुरू करें ?

    प्राइवेट लिमिटेड कंपनी रजिस्ट्रेशन करने के लिए आपको किन-किन दस्तावेजों की जरूरत होगी उसके बारे में हमने नीचे आपको पता रखा है इन्हें ध्यान से पढ़ें ताकि कंपनी का रजिस्ट्रेशन करते वक्त आप से कोई गलती ना हो क्योंकि अगर आपने एक गलती करी तो का नुकसान बहुत बड़ा हो सकता है 

    प्राइवेट लिमिटेड कंपनी शुरू करने के लिए महत्वपूर्ण नियम

    1: डायरेक्टर अपडेट द कंपनी

    जब भी आप किसी हाई प्रोफाइल पर के बारे में सुनते हैं जैसे की संस्थापक, सीईओ ,डायरेक्टर्स बहुत अच्छा लगता है लेकिन अगर आप खुद का बिजनेस कर रहे हो तो हाई प्रोफाइल पर आपके नाम के साथ जुड़ सकते हैं

    एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी चलाने के लिए कम से कम दो निदेशक की आवश्यकता पड़ती है एक निदेशक आप हो जाएंगे और दूसरे निदेशक आपकी फैमिली से कोई सदस्य या फिर आपका कोई दोस्त हो सकता है लेकिन दो बातो ध्यान रखें 

    1: कि उन दो निदेशक (director) में से एक भारतीय होना चाहिए

    2: दूसरी बात यह ध्यान रखें कि हर एक निदेशक (director) का एक director identification number (DIN) होता है जिसे कापोरेटर कार्य मंत्रालय से लेना पड़ता है

    2: नाम पंजीकरण के लिए भी आवश्यक है

    किसी भी वेबसाइट का नाम हो चाहे टेलीविजन के चैनलों का नाम हो या किसी ऐप का नाम हो उसकी पहचान उसके नाम से होती है जब भी आप अपनी कंपनी का नाम सोचे । 

    सोच समझकर अपनी कंपनी का नाम रखें क्योंकि आपकी कंपनी का नाम ही आपकी कंपनी की पहचान है आपको  कंपनी की शुरुआत करने से पहले ही कंपनी का नाम और कंपनी का कार्य निर्धारित करना पड़ेगा याद रहे कंपनी रजिस्ट्रार ऑफिस या ROC आपको 5 या  6 नाम अपनी कंपनी के देने होते हैं ताकि जो नाम यूनिक होगा किसी और कंपनी का नहीं होगा वह नाम आपकी कंपनी का रखा जाएगा।

    3: कंपनी के लिए पंजीकरण कार्यालय का पता

    जब भी आप रजिस्टार ऑफिस में अपनी कंपनी के रजिस्ट्रेशन के लिए अप्लाई करते हैं तो उस कंपनी का कार्यालय पता पूछा जाता है आपको अपनी कंपनी का पता डालना होगा ताकि आप आपके कोई मिलने आए तो वह आप से आसानी से संपर्क कर पाए और कंपनी का कोई कागज अगर किसी ने भेजा होगा तो वह आपकी कंपनी तक आसानी से पहुंच सके

    4: डिजिटल हस्ताक्षर प्रमाण पत्र

    प्राइवेट लिमिटेड कंपनी खोलने के लिए आपको डिजिटल हस्ताक्षर प्रमाण पत्र लेना पड़ता है जो आपकी कंपनी का डिजिटल प्रमाण पत्र होता है जिसे आप इंटरनेट पर अपनी पहचान कंफर्म कर सकते हैं क्योंकि भौतिक डॉक्यूमेंट या ई- फॉर्म पर अपने डिजिटल हस्ताक्षर लगाने पड़ते हैं यह प्रमाण पत्र यह बताता है कि कंपनी के पक्ष से किया गया हस्ताक्षर मूल है।

    5: प्राइवेट लिमिटेड कंपनी खोलने के लिए आपको कौन कौन से दस्तावेज की आवश्यकता होगी

    खुद की प्राइवेट लिमिटेड कंपनी खोलने के लिए  पैन कार्ड और पासपोर्ट की आवश्यकता पड़ेगी और आपके पास आधार कार्ड वोटर आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस में से किसी एक की का होना आवश्यक है आवासीय प्रमाण के लिए बैंक स्टेटमेंट यह आपके पास बिजली का बिल होना आवश्यक है जहां आपकी कंपनी का ऑफिस होगा आप का ऑफिस किस जगह पर है वह जगह आपके नाम की होनी चाहिए और उसके दस्तावेज भी आपके पास होनी चाहिए

    6: S P I C E प्राइवेट लिमिटेड कंपनी

    S P I C E (simplified proforma for Incorporating company electronically ) प्राइवेट लिमिटेड रजिस्ट्रेशन करने के लिए कारपोरेट कार्य मंत्रालय ने S P I C E (simplified proforma for Incorporating company electronically) फॉर्म की जानकारी दी गई है इस फॉर्म के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए Mca में जाकर संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं एक एप्लीकेशन को पढ़ने से आपके 4 उद्देश्य हल हो सकते हैं

    जैसे= director identification number (DIN) , reservation of company name, Incorporation of a New Company ,Incorporation of a New Company , वर्ष 2015 तक अलग-अलग फॉर्म भरते थे लेकिन अब अलग-अलग फॉर्म नहीं भरने पड़ते हैं आपको मात्र एक फॉर्म ही भरना पड़ता है 

    7: पंजीकरण शुल्क

    एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को रजिस्टर करने के लिए आपको कई शुल्क देने पड़ते हैं जिसमें डिजिटल हस्ताक्षर प्रमाण पत्र के लिए=  2000 RS. निदेशक पहचान संख्या के लिए = 1000RS. स्टाम्प शुल्क के लिए = 2500RS. नोटरी फीस के लिए  = 500/1000 RS . और गवर्नमेंट फीस के लिए =1200 RS  GST (Goods and Services Tax ) 18% तक लगती हैं संगीत संपूर्ण कार्य पूर्ण कराने के लिए 3000RS से 4000RS सीरियल लेयर और दूसरे प्रोफेशनल चार्ज करते हैं

    इन सब का कुल किया जाए तो लगभग 15000 तक का खर्चा आपका आएगा अगर आपके सभी दस्तावेज पूरे हैं तो यह सभी कार्य करने के लिए एक हफ्ते या 10 दिन तक का समय लगता है कारपोरेट कार्य मंत्रालय ने इन सभी चीजों को सरल बनाने के लिए सिंगल एप्लीकेशन फॉर्म इंट्रोडक्शन किया गया है और ये कार्य काफी आसान हो गई है

    8: MOA और AOA क्या है

    एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी चलाने के लिए मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन (MOA) और आर्टिकल्स ऑफ असोसिएशन (AOA) यह दोनों ही बहुत महत्वपूर्ण  हैं जब आप खुद की कंपनी रजिस्ट्रेशन करने के लिए अप्लाई करते हैं उस वक्त आपको मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन (MOA) सबमिट  करना पड़ता है इसमें यह बताया होता है कि कंपनी के शेयरधारकों के साथ कंपनी का संबंध कैसा है और कंपनी बनाने के लिए main objective क्या है वही आर्टिकल्स ऑफ असोसिएशन (AOA) ये निर्धारित करता है कि कंपनी किस तरह से संचालन होगा और इसका का उद्देश्य क्या होगा ?

    यह दोनों दस्तावेज बनाते समय प्रोफेशनल से consult करवाना आवश्यक है इन्हे  बहुत ही सावधानी से ड्राफ्ट करना पड़ता है और एक बार जब निगमन प्रमाणपत्र मिल जाता है उसके बाद कंपनी अपने नाम से बिजनेस शुरू कर सकती है याद रखें Paid-Up Share Capital हमेशा कंपनी के चालू खाते में deposit होते हैं कंपनी शुरू करने के लिए कुछ कानूनी जिम्मेदारियां भी होती है

    कंपनी को एक महीना पूरा होते ही चार्टर्ड अकाउंटेंट अपॉइंटमेंट करना पड़ता हैं जो कंपनी के कानून मुद्दों में कंपनी को सलाह करती है और इसके हर वर्ष के इनकम टैक्स की ITR 6 file करनी होती है और एक वर्षीय और डायरेक्टर आइडेंटिफिकेशन नंबर, की kys भी Board of Director को हर साल देनी पड़ती हैं

    9: क्या प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को  बंद भी कर सकते हैं

    प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को बंद करा सकते हैं  लेकिन इसके लिए Board of Director का सहमत होना आवश्यक है और इसके लिए कंपनी का एक voluntary winding का pr-solution प्रारंभ करना पड़ता है इसमें बहुत सारे सेटअप नियम होते हैं इसके अलावा एक कंपनी के शेयर बेचकर एक प्राइवेट उनकी कंपनी को sale out कर सकते हैं इसके अलावा अगर कंपनी किसी   धोखाधड़ी , धोखाधड़ी का मामला में पकड़ी जाती है या फिर किसी गैर कानूनी काम में भागीदारी निकलती है तो क्षेत्र अधिकारी के द्वारा कंपनी को बंद कराया जा सकता है 

    इंडिया की कुछ मुख्य प्राइवेट लिमिटेड कंपनी 

    1: Anand automotive pvt.Ltd 

    2: Hindustan coca-cola Beverqges pvt.Ltd

    3 : Mother Dairy fruit and vegetables pvt.Ltd

    अगर आपके पास यूनिक आईडिया है तो आप स्वयं की प्राइवेट लिमिटेड कंपनी शुरू कर सकते हैं

    आज के आर्टिकल पर हमारी राय

    आज के इस आर्टिकल में हमने आपको प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से संबंधित संपूर्ण जानकारी दी उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा बताई की जानकारी आपको समझ में आ गई होगी यदि आपके पास कोई सवाल है तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं और इस आर्टिकल को अधिक से अधिक लोगों तक शेयर करें तथा कमेंट करके बताएं कि आपको यह आर्टिकल कैसा लगा ।।

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