मणिपुर हिंसा क्यों हुई थी|(Why did Manipur violence happen)

नमस्कार दोस्तों Best My Smart Tips Blog में आपका स्वागत है पिछले कुछ मणिपुर मैं जो घटना घटी वह बड़ी चर्चा में रही थी । सोशल मीडिया से लेकर न्यूज़ चैनलों में मणिपुर की घटना के बारे में चर्चा हो रही थी लेकिन यदि आपको मणिपुर की वह चर्चा याद नहीं है तो मैं आपको सरल भाषा में उस चर्चा के ऊपर जानकारी देता हूं मणिपुर की घटना क्या थी ।

मणिपुर में हिंसा क्यों भड़की थी

मणिपुर की हिंसा को समझने से पहले आपको सबसे मणिपुर के सामाजिक स्थिति को समझना होगा मणिपुर में लगभग 30 से 35 लाख तक है यहां तीन समुदायों के लोग रहते हैं

1: मैतेई

2: नगा

 3: कुकी

मैतेई में ज्यादातर मुसलमान भी है और ज्यादातर यही मणिपुर में निवास करते हैं नगा, कुकी ज्यादा ईसाई धर्म से आते हैं नगा, कुकी जनजाति का दर्जा मिला हुआ है मणिपुर की विधानसभा से 40% मैतेई   सामुदायिक से विधायक आते हैं नगा ,कुकी समुदाय से विधानसभा में 20% ही विधायक आते हैं अभी तक मणिपुर में दो ही मुख्यमंत्री जनजाति सामुदायिक से बने हैं मैतेई समुदाय का कहना है कि उन्हें  जनजाति का दर्जा दिया जाए और उन्हें भी आरक्षण मिले समुदाय ने इसके लिए मणिपुर हाई कोर्ट में याचिका भी डाली है इनका कहना है कि 1949 में मणिपुर का भारत में विलय हुआ था उससे पहले जनजाति का दर्जा मिला हुआ था।नगा, कुकी क्या कहना हैमैतेई जनसंख्या में ज्यादा है और राजनीति में उनका दबदबा भी है इन जनजातियों का कहना है की  मैतेई  सामुदायिक आदिवासी नहीं है इनको पहले ही SC,ST,OBC आर्थिक रूप से पीछे वर्ग का आरक्षण मिला हुआ है और उसके फायदे वे लोग उठा रहे हैं और उनकी भाषा अनुसूची आठ में सुरक्षित रखी गई है नगा, कुकी कहना है कि यदि उन्हें आरक्षण मिल गया तो कॉलेज कॉलेज में ऑन नौकरियां मिलना मुश्किल हो जाएगा।

मणिपुर  हिंसा क्यों हुई थी

एक ऐसा कानून जो है 1989 के कानून के अनुसार की अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जनजाति से कोई भी गैर जनजाति का व्यक्ति SC या ST से संबंध नहीं रखने वाला व्यक्ति जमीन नहीं खरीद सकताहै। अगर वह कोई प्रॉपर्टी खरीदना है तो उसकी कई और तरीका भी है जिनके माध्यम से प्रॉपर्टी खरीदी जा सकती है अगर बिना कानून और बिना दस्तावेज देखे प्रॉपर्टी खरीद ली है तो 5 साल तक की जेल हो सकती है।मैतेई लोग मणिपुर के पहाड़ी इलाकों में जमीन नहीं खरीद सकते क्योंकि वहां जनजातीय लोग SC /ST लोग कहते हैं जो किसी गैर जनजाति व्यक्ति को जमीन नहीं बेच सकते है।नगा, कुकी क्या कहना है यदि इन्हें जनजाति का दर्जा मिल जाता है तो यह पहाड़ों में जमीन खरीद लेंगे और साथ में इन्हें नौकरी में भी आरक्षण मिलेगा

मणिपुर के हाईकोर्ट ने सरकार से कहा कि आप मैतेई को जनजाति दर्जा दिए जाने पर विचार करें । चलिए आपको हमने सरल भाषा में यह तो बता दिया कि मणिपुर में आखिर हिंसा क्यों हो रही है आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप मणिपुर में नहीं होगी इस विषय के ऊपर पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढे.

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मणिपुर में मैतेई किन इलाकों में रहते है

थोबल

इंफाल ईस्ट

इंफाल वेस्ट 

विष्णुपुर कांची

मणिपुर में किन इलाकों में कुकी  समुदाय रहते है

सदर पहाड़िया

चुराचांदपुर 

चंदेल 

तमेंगलोंग 

उखरूल

मणिपुर में किन इलाकों में नगा समुदाय रहते है

सेनापति

उखरूल

मणिपुर में हिंसा नहीं होगी

लंबे समय से मणिपुर में जो हिंसा भड़की हुई थी हुई थी और गृह मंत्राय के द्वारा अब मणिपुर के तीनों समुदायों को आपस में बैठाकर चर्चा की है

लंबे समय से मणिपुर में जो हिंसा भड़की हुई थी हुई थी और गृह मंत्रालय के द्वारा अब मणिपुर के तीनों समुदायों को आपस में बैठाकर चर्चा की है

मैतेई ,नगा ,कुकी सी आपस में चर्चा की है और उनकी जो भी समस्या है उन पर सरकार विचार कर रही है

निष्कर्ष

 उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा बताई गई जानकारी आपको समझ में आ गई होगी यदि कोई सवाल है कमेंट करके पूछे अधिक जानकारी के लिए आप हमें ईमेल भी कर सकते हैं हमारा ईमेल पता नीचे आपको दिया गया

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