एमपॉक्स क्या होता है और यह कैसे फैलता है।(What is mpox and how does it spread)

नमस्कार दोस्तों Best My Smart Tips Blog में आपका स्वागत है साल 2019 में कोरोनावायरस आया था जिसे हर कोई परेशान हो गया था साल 2019 में जब यह वायरस आया था तो कई लोगों की जान भी चली गई और कई देशों में लॉकडाउन भी लग गया था । लेकिन फिर एक वायरस दुनिया और आ चुका है जिसका नाम है MPOX। एमपॉक्स के बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHo) हिंदी 14 अगस्त 2024 को ने इस बीमारी को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए चिंताजनक और सार्वजनिक स्वास्थ्य आपदा के रूप में घोषित कर दिया है

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए चिंताजनक और सार्वजनिक स्वास्थ्य आपदा करार कर देना किसी बीमारी को अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य कानून के तहत बहुत बड़ी चिंता की बात है और यह आने वाले वक्त के लिए एक खतरे की घंटी भी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 14 अगस्त 2024 को एक मीटिंग करी जिसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन के टैड्रोस ऐडरेनॉम ग़ैबरेयेसस के ने महासचिव ने MPOX के बढ़ते हुए मामलों को देखकर यह बैठक बुलाई थी और इस बैठक में उन्होंने इस मुद्दे पर चर्चा की और इसके बारे में बताया। आपको हम यह जानकारी बता दे कि यह हम एम पॉक्स नाम की बीमारी अफ्रीका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने 13 अगस्त 2024 को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपदा घोषित कर दिया था विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जानकारी दी थी कि यह बीमारी कई अफ्रीका जैसे देशों में फैल रही है जो एक चिंता की बात है।

जिन देशों में यह बहुत तेजी से फैल रहा है उनके नाम कुछ इस प्रकार है

बुंरुडी,केन्या,रवांडा,युगांडा । लेकिन आप यह भारत की पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी आ गया है आप इस बात को सुनकर आज चकित हो जाएंगे की 16000 मामलों के बाद ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित की गई विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक पिछले साल यानी 2023 मैं अफ्रीका महाद्वीप के मध्य स्थित कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) मैं इसके नए वायरस स्ट्रेन,क्लेड 1 बी के उत्पन्न होने और बहुत तेजी से पहले का पता चला था और इसे इस विषय के ऊपर हमें जानकारी मिलती है कि यह मुख्य रूप से यौन संपर्कों के माध्यम से फैला है विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य की साथ-साथ अन्य पड़ोसी देशों में फैलना बहुत ही चिंताजनक बात है विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पिछली महीने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य और उसके पड़ोसी कर देश क्लेड 1 बी 100 से अधिक ने मामले की पूर्ति की और वहीं उन्होंने यह भी मानना है की संख्या अधिक हो सकती है क्योंकि एक बहुत बड़ी आबादी की जांच नहीं की थी

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विश्व स्वास्थ्य संगठन की जारी किए हुए आंकड़ों के अनुसार हमें यह पता चलता है की साल 2024 में एम्पाॅक्सी संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 15000 से ज्यादा आ आ चुकी है वही इस बीमारी से अब तक 537 की जिंदगी जा चुकी है इन आंकड़ों के अनुसार यह पता चलता है इस साल 2023 से कहीं ज्यादा लोग 2024 में इस बीमारी से संक्रमित हो रहे है इस बीमारी को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 24 जुलाई 2022 को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया था पिछले साल से इसकी लगातार मामले बढ़ते जा रही है और संक्रमण को रोकने के लिए कई उचित कदम भी उठाई जा रही है किसी संक्रमित व्यक्ति के पास में आपको नहीं जाना है और आपको क्या-क्या काम नहीं करना है उसके बारे में भी बताया जा रहा है 

आपको बता दे की मिसौरी विश्वविद्यालय से जुड़े वैज्ञानिकों के बीमारी का अध्ययन करके यह बताया की यह म्यूटेशन की वजह से MPOX से जुड़ा वायरस कहीं ज्यादा स्मार्ट होता जा रहा है और वैज्ञानिकों ने गहन अध्ययन करके यह बताया कि म्यूटेशन की चलती यह वायरस शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी( इम्यूनिटी सिस्टम) के साथ दवाई से भी बचने के काबिल बन रहा है इसकी बढ़ते मामले हमारे लिए चिंता जनक है मनुष्य के शरीर में मौजूद प्रोटीन को यह हाईजैक कर सकता है इसकी आशंका भी प्रकट की जा रही है जो कि हमारे लिए बहुत ही खतरनाक है क्योंकि अगर ऐसा होता है तो संक्रमण के फैलने की चांस बढ़ जाते हैं विश्व स्वास्थ्य संगठन के महासचिव टैड्रोस ऐडरेनॉम ग़ैबरेयेसस ने एक प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी कि इस रोग से बचने के लिए उचित कार्रवाई या की जा रही है तथा इस बीमारी से आप कैसे बच सकते हैं और संक्रमण व्यक्ति को क्या-क्या नहीं करना चाहिए और क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए इन सभी विषय पर जानकारी दी थी आज हम आपको mpox  के बारे में समस्त जानकारी उपलब्ध कराएंगी इसलिए हमारी इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें इस बीमारी से संबंधित पूरी जानकारी देंगे कि यह बीमारी क्या होती है इसलिए हमारी इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढे और अधिक से अधिक लोगों को शेयर करें।।

एम पॉक्स क्या है

एम पॉक्स एक वायरस है जो की मंकी पॉक्स की तरह वायरल इंफेक्शन है जो स्मोल पॉक्स फैमिली से आता है यह वाइरस पहली बार साल 1958 में डेनमार्क के बंदरों में एक रिसर्च करने के दौरान मिला था उसके बाद से यह ज्यादातर साउथ अफ्रीका की सेंट्रल और दक्षिणी हिस्से पर बहुत ज्यादा मात्रा में यह बीमारी पाई जाने। बुंरुडी,केन्या,रवांडा,युगांडा जैसे देशों में यह फैल रही थी लेकिन बहुत सालों के बाद यह अफ्रीका के अन्य देशों में भी फैल रही है 

एम पॉक्स कैसे फैलता है.

एम पॉक्स कई तरीके से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को फैल सकता है जो कि निम्न प्रकार है और जिनके बारे में हम आपको नीचे बता रहे हैं

1: एक इंसान की दूसरे इंसान से टकराने पर छूने पर यह वायरस फैल सकता है

2: संक्रमित व्यक्ति से शारीरिक संबंध बनाने पर भी यह वाइरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक संक्रमित हो सकता है

3: संक्रमित व्यक्ति का खून चढ़ाने से बॉडी फ्लूड किसी भी तरह से एक्सचेंज होने पर भी यह बीमारी फैल सकती है

4: यदि किसी संक्रमित व्यक्ति की किसी भी तरह की चीज शेयर करने पर जैसे = बेडशीट ,गिलास, बर्तन ,कपड़े के उपयोग से भी मंकीपॉक्स होने की संभावना बढ़ जाती है

5:यह वाइरस त्वचा या यौन संपर्क या बूदों  द्वारा भी फैलता है

क्या हैं एमपॉक्स के लक्षण

इसके लक्षणों में बुखार ,सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द और त्वचा पर दाने या फुंसियां हो सकती है 

गले और मुंह में सूजन होना

चेचक जैसे दानी शरीर में होना और यह मुंह में भी हो सकते हैं

शरीर में थकावट होना

पेट में दर्द गले में सूजन शरीर पर चकते पड़ जाती है

एमपॉक्स के बचाव  है

जिस व्यक्ति को एमपॉक्स उसे निम्न चीजों का ध्यान रखना होगा जिनके बारे में हम नीचे आपको बता रहे हैं

1: अपनी किसी भी चीज को किसी को छूने न दे

2: अपने को हर व्यक्ति से दूर रखें

3: शारीरिक संबंध ना बनाएं

4: डॉक्टर की सलाह लेते रहे ।

निष्कर्ष

उम्मीद करते हमारे द्वारा बताई गई जानकारी आपको समझ में आ गई होगी एमपॉक्स लगातार बढ़ती जा रही है यह जानवरों से फैलती है यदि आपको हमारे द्वारा यह जानकारी पसंद आई तो हमें कमेंट करें अधिक से दिलों को याद कर शेयर करें यदि कोई सवाल है तो ईमेल कर सकते हैं

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