NEFT क्या है और NEFT काम कैसे करता है?।। (What is NEFT and how NEFT works)

नमस्कार दोस्तों ! Best My Smart Tips Blog आपका स्वागत है. इंटरनेट हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है हम आज के समय में शॉपिंग , बिजली का बिल , पानी का बिल और मोबाइल रिचार्ज इत्यादि कार्य घर में बैठे-बैठे ऑनलाइन माध्यम से पूरा कर रहे हैं आप में से कई लोगों ने एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) का उपयोग पैसे भेजने के लिए किया होग .वैसे जब से हमारी जिंदगी में ऑनलाइन बैंकिंग या इंटरनेट बैंकिंग आया है तब से लोगों का बैंक में जाना एक तरह से बिल्कुल बंद हो गया है और लोग घर में बैठे-बैठे अपना कार्य को पूरा कर देते हैं और उनके समय का नुकसान भी नहीं होता है तथा आसानी के साथ कार्य पूरा भी हो जाता है ऑनलाइन फंड ट्रांसफर करने के मुख्य तीन उपाय है जो कि एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) और आईएमपीएस (रियल-टाइम इंटर-बैंक इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर सिस्टम) हैं । आज के इस लेख में NEFT  के ऊपर पूरी चर्चा करने वाले हैं आप अपना NEFT अकाउंट कैसे बना सकते हैं और इसके क्या क्या फायदे हैं इन सभी विषयों पर इस लेख में चर्चा करेंगे इसलिए इस लेख पूरा जरूर पढ़ें और अधिक से अधिक लोगों को शेयर करें।

NEFT kay hai

एनईएफटी ( NEFT)  क्या हैं ?

एनईएफटी का पूरा नाम नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर तथा इसे हिन्दी में " राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक निधि अन्तरण " कहते हैं । ये ऐक देशव्यापी इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सिस्टम हैं । जिससे पैसे को एक बैंक से दूसरे बैंक में आसानी से और सुरक्षित रूप से भेजा जा सकता  या प्राप्त किया जा सकता है। सभी नेफ्ट भर्तियां को बैच वार प्रारूप में संचालित किया जाता है और इसमें पैसो को लेकर इस सिस्टम के माध्यम से पूरे भारतवर्ष में ये सभी नेफ्ट सक्षम बैंक में व्यक्तिगत आधार (individual basis) में भेजा जाता है

कोई भी नेफ्ट ट्रांसफर को शुरू करने से पहले बैंक का IFSC code (भारतीय वित्तीय प्रणाली संहिता) रहना अति आवश्यक है और इसके साथ दूसरी जानकरी जैसे बैक अकाउंट नंबर, बैंक शाखा और अकाउंट होल्डर नाम का होना भी अति आवश्यक है

इस फण्ड ट्रांसफर प्रणाली को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के द्वारा संचालित किया जाता हैं जिसका प्रारंभ साल 2005 से हुई थी एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) भारत में बैक के उपभोक्ता को ये सुविधा प्रदान करता है जिससे कि बैंक का उपभोक्ता बहुत ही आसानी से किसी दूसरे नेफ्ट सक्षम बैंक  खाते को अपने पैसे को ट्रांसफर कर सकते हैं और ये बहुत सुरक्षित भी है
एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) प्रणाली के जरिए फंड ट्रांसफर वास्तविक समय के आधार बस नहीं होते हैं बल्कि एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) सप्ताह के पहले तीसरे और पांचवी शनिवार को प्रातः 8:00 बजे से लेकर शाम 7:30 बजे के द्वारा होने वाले 23 सेटलमेंट (settlement) के साथ आधे घंटे के शाखा में पैसों का ट्रांसफर तय किया जाता हैं इसके अलावा महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को ,रविवार को या सार्वजनिक छुट्टियों के दिन भी कोई  settlement (सेटलमेंट) नहीं होती हैं । एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) की सुविधाएं मुख्य रूप से दो प्रकार से प्राप्त की जा सकती है पहला हैःऑफलाइन मोड जो कि बैंक की शाखाओ में किया जाता हैं दूसरा है ऑनलाइन मोड जिसे ऑनलाइन माध्यम से इस सुविधा को बैंकिंग के द्वारा उपभोक्ताओं को दिया जाता है एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) के द्वारा होने वाली वक्त  की बचत को और आसान प्रक्रिया के कारण यह बहुत ही लोकप्रिय है क्योंकि इसमें लेनदेन को ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से आसानी से किया जा सकता है अगर देखा जाए तो एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर)  दूसरे उपायों जैसे आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) और आईएमपीएस (रियल-टाइम इंटर-बैंक इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर सिस्टम) से भिन्न हैं जहाँ आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) और आईएमपीएस (रियल-टाइम इंटर-बैंक इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर सिस्टम) में आपका पैसा भेजा गया पैसा तुरंत सामने वाले के खाते में जमा होता हैं  वहीं एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) मैं बैंकों के द्वारा निर्धारित टाइम टेबल में ही आपका पैसा सामने वाले को मिलता है।

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स्टेप बाय स्टेप नेफ्ट ट्रांसफर प्रक्रिया

यहां में आप लोगों को एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर)  के दो अलग-अलग प्रक्रिया प्रदान करूंगा।

ऑनलाइन प्रक्रिया नेफ्ट के लिए :

ऑनलाइन माध्यम से फंड ट्रांसफर करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप का पालन करें

स्टेप 1: सर्वप्रथम अपने नेट बैंकिंग अकाउंट पर लॉगिन करें और अगर आपके पास नेट बैंकिंग अकाउंट ना हो तब आप अपने बैंक की वेबसाइट के माध्यम से रजिस्टर कर सकते हैं

स्टेप 2 : उसके बाद  आपको लाभार्थी को प्राप्तकर्ता के हिसाब से add करना होगा. यहां लाभार्थी का अर्थ है जिसको आप पैसे ट्रांसफर करना चाहते हो और ऐसा करने के लिए आपको लाभार्थी के कुछ जानकारियां भी भरनी होगी add new payee section में मांगी जाएंगी जो कि है

खाते का नंबर

नाम

IFSC code (भारतीय वित्तीय प्रणाली संहिता) 

खाते का प्रकार

स्टेप 3: एक बार अगर payee add हो जाए उसके बाद आपको एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) को फंड ट्रांसफर मोड के हिसाब से चुनना होगा

स्टेप 4: अब आपको अकाउंट सिलेक्ट करना है जहां कि आपको पैसे ट्रांसफर करने हैं यहाॅ आपको payee सिलेक्ट करना है उसके बाद आपको amount डालना हैं जितना कि आप चाहते हो ट्रांसफर करना और फिर remarks (optional) add करते हैं

स्टेप 5 : और फिर सबिट के ऑप्शन के  ऊपर  क्लिक करना

ऑफलाइन प्रक्रिया नेफ्ट के लिए :

स्टेप 1: सर्वप्रथम आप बैंक जाए

स्टेप 2: बैंक में जाकर आप  एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) / आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) फॉर्म भरे उसके बाद ये निम्नलिखित विवरण अपने लाभार्थी के विषय में उस फॉर्म में प्रदान करें।

नाम

अकाउंट नंबर

बैंक नाम

शाखा

IFSC code (भारतीय वित्तीय प्रणाली संहिता) 

खाते का प्रकार

अकाउंट में जितना आपको ट्रांसफर करना है

स्टेप :3 उसके बाद भरे हुए फॉर्म को सबमिट करना है और जो आगे के लिए authorize कर सके पैसे ट्रांसफर करने के लिए।
कैसे कार्य करता है एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) 
यहां पर मैंने आपको एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) ट्रांसफर के सामान्य प्रक्रिया को समझाने की कोशिश की है लेकिन  ये बारीकियां अलग अलग बैक में अलग कर सकती है लेकिन फिर भी यह प्रक्रिया लगभग समान होती है।

NEFT कैसे कार्य करती है

1: जैसा कि मैंने आपको ऊपर बताया कि ऑनलाइन और ऑफलाइन के माध्यम से फार्म में जानकारी भरनी होती है और लाभार्थी के विषय में पूरी जानकारी  प्राप्त करनी होती हैं इसके साथ कैसे बैंक उसे authorize कर आगे प्रक्रिया करती है

2: इसके बाद आपके बैंक एक संदेश issue करते हैं और फिर उनके एनईएफटी सर्विस सेंटर को भेज देते हैं

3: एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) इस संदेश को फॉरवर्ड करता है और आपके बैंक से नेफ्ट क्लियरिंग सेंटर तक जो  नेशनल क्लीयरेंस सेल के जरिए  संचालित किया जा रहा है और इसके साथ ये एक हिस्सा हैं भारतीय रिजर्व बैंक का मंबई और ये शामिल कर देता है लेनदेन की अगली उपलब्ध शाखा (next available branch of transaction) में।

4: इसके बाद नेफ्ट क्लियरिंग सेंटर के सारे फंड्स ट्रांसफर ट्रांसक्शन्स को आसानी से करता है उसके बैंक के हिसाब से और उन प्रविष्टियों (entry) को कुछ इस प्रकार से से जाता है कि जिससे जिस बैंक में पैसे जाने होते हैं वह बिल्कुल आसानी से sort हो जाते है नेफ्ट क्लियरिंग सेंटर से भी पैसों के बारे में संदेश मिलते हैं जहाॅ उन्हे फंड्स को रिसीवर के अकाउंट  पर पैसे भेजने का निर्देश होता हैं।

नेफ्ट ट्रांसफर की फीस और शुल्क

यहां ध्यान देने वाली बात है कि प्राप्तकर्ता बैंक  (recipient bank) आपको कोई भी फीस चार्ज नहीं करती है नेफ्ट ट्रांसफर के लिए। लेकिन एक सेंडर के बैंक भेजना उन्हें चार्ज करती है नेफ्ट टांजेक्शन के लिए। ये कितने चार्ज करके इसकी जानकारी आपको नीचे मिल जाएगी।

Transaction Amount NEFT Charges
Amounts Rs 10000 तक Rs 2.50 + Applicable GST
Amounts10000 से ऊपर और up to Rs 1 lakh तक Rs 5 + Applicable GST
Amounts Rs 1 lakh से ऊपर और up to Rs 2 lakh तक Rs 15 + Applicable GST
Amounts Rs 2 lakh से ऊपर और up to Rs 5 lakh तक Rs 25 + Applicable GST
Amounts Rs 5 lakh से ऊपर और up to Rs 10 lakh तक Rs 25 + Applicable GST

नोट: यह चार्ज समय-समय पर परिवर्तित होते रहते हैं इसलिए NEFT भेजने से पहले अपने  कि बैंक सलाह ले

NEFT ट्रांजैक्शन की टाइमिंग

यदि हम  एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) की टाइम की बात करें तो नेफ्ट प्रति घंटा बैच में काम करती है इसलिए ये सर्विस सेंटर ऑपरेटिंग हॉर्स के बीच काम करती है जो कि सुबह के 8:00 am से 7:00 pm normal weekdays में और 8:00 am से 1:00 pm शनिवार में. इसके साथ ही 8 से 6 बैच होते है कार्य करने के लिए इसलिए पैसे  का ट्रांसफर किया जाता हैं। सोमवार से शनिवार तक ( मात्र महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को छोड़कर) 8:00 am  से 6:30 pm तक  नेफ्ट लेनदेन सार्वजनिक और बैंक अवकाश के दिन कोई भी कार्य नहीं हो पाता । सार्वजनिक अवकाश जब नेफ्ट टांजेक्शन को पूर्ण नहीं किया जा सकता हैं जैसे कि Good friend ,बैंकों का वार्षिक समापन इत्यादि.

नेफ्ट के द्वारा कौन फण्ड ट्रांसफर कर सकते हैं

कोई भी Firm, Individual, Corporation NEFT  का उपयोग कर सकता है एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक का अकाउंट को फंड्स  ट्रांसफर करने के लिए लेकिन ध्यान रखने वाली बात यह है कि उनका अकाउंट शाखा में बैंक अकाउंट होना चाहिए और उस बैंक शाखा में नेफ्ट सुविधा सक्षम/ उपलब्ध हो।

NEFT (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) के फायदे क्या हैं ?

1: नेफ्ट (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर)  जरिए से कोई भी Firm, Individual, Corporation NEFT  इत्यादि बड़े आसानी से एक बैंक से दूसरे बैंक से साथ पैसे भेज सकता है

2: यहां लाभार्थी उपभोक्ता(  जिन्हे पैसे भेजे जाते हैं ) को फंड रिसीव करने के लिए बैंक जाने की आवश्यकता नहीं होती हैं और ना ही कोई कागजी औपचारिकता करनी पड़ती है

3: नेफ्ट (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर)  में शुल्क बहुत कम होता है

4: इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल करके कहीं भी फंड ट्रांसफर किया जा सकता है यह बहुत ही सुरक्षित हैं यदि किसी कारणवश आपका ट्रांसलेशन पूर्ण नहीं हो पाता । तो आपको घबराने की चिंता नहीं है आपका पैसा कहीं जाएगा नहीं वह भेजे गए अकाउंट में वापस चला जाता है

5: ये low value transition के लिए ज्यादा उपयोगी है

6: यहाॅ पर रिसीवर को कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ता हैं

7: प्रत्येक बैच 1 घंटे का होता है

8:Top Banks जो NEFT facility उपलब्ध करते हैं

ICICI NEFT Central Bank of India NEFT
SBI NEFT Bank of Baroda NEFT
Punjab National Bank (PNB) NEFT Union Bank of India NEFT
HDFC NEFT
Indian Overseas Bank (IOB) NEFT Syndicate Bank NEFT

इस आर्टिकल पर मेरे विचार

उम्मीद करते हैं कि आपको यहां आर्टिकल अच्छा लगा होगा आपको अच्छा लगा होगा और आप इसे अधिक से अधिक लोगों को शेयर करेंगे साथियों हमारा प्रयास यही रहता है कि आपको सही से सही जानकारी दें अगर हमसे इस आर्टिकल में त्रुटि हो गई हो तो हमें क्षमा करें और आपको यह आर्टिकल कैसा लगा कमेंट करें।


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2 टिप्पणियाँ

बेनामी ने कहा…
Good 👍 👍 👍 👍 👍 👍 👍 👍
बेनामी ने कहा…
सर मैं आपके आर्टिकल को जब भी पढ़ता हूं तो मुझे एक प्रसन्नता का अनुभव होता है क्योंकि आप इतना अच्छा लिखते हैं कि हमें सब कुछ समझ में आ जाता है मैं आपका यह कि कल अधिक से अधिक लोगों को शेयर करूंगा ताकि और लोगों कि आपका यह आर्टिकल पढ़ पाये।। आप हमेशा ऐसे ही आर्टिकल लिखते रहे